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Chandigarh: हरियाणा के खतरे की घंटी है। पिछले दस दिनों में आए कोरोना पॉजिटिव रोगियों में 70 फीसदी ऐसे हैं, जिनमें किसी तरह के लक्षण नहीं मिले हैं। इन केसों के हरियाणा में आने के बाद अब सरकार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। दिल्ली कनेक्शन से हरियाणा में पॉजिटिव हुए 50 से अधिक रोगियों में कोरोना का कोई भी लक्षण नहीं था। इसके बावजूद इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई।हरियाणा में कोरोना संक्रमण मामले थम नहीं रहे हैं।
खासकर दिल्ली से सटे जिलों में लगातार संक्रमण के मामले आ रहे हैं। इन मामलों के बीच संक्रमितों की मौत का आंकड़ा भी बढऩा शुरू हो गया है।
शनिवार को हरियाणा में कोरोना संक्रमण से पांचवीं मौत हो गई।
इससे पहले रोहतक, फरीदाबाद और करनाल में एक-एक मौत हो चुकी है।
वहीं शनिवार को संक्रमितों का आंकड़ा बढक़र 370 हो गया है, इसमें 14 इटली नागिरक और 133 जमाती भी शामिल हैं।
राष्ट्रीय राजधानी से सटे गुरुग्राम में 6 नए मरीजों से सबसे ज्यादा संक्रमितों की संख्या 63 हो गई है।
इसके बाद फरीदाबाद में 61, नूंह में 58, झज्जर और पलवल में 34-34, सोनीपत में 26, पंचकूला में 18, अंबाला में 14, पानीपत में 13, करनाल और सिरसा में 6-6, हिसार और रोहतक में 4-4, भिवानी, कुरुक्षेत्र और यमुनानगर में 3-3. जींद, कैथल में 2-2, चरखीदादरी और फतेहाबाद में 1-1 संक्रमित मिला है।
यह नई चुनौती है
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने शनिवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह अहम खुलासा करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग के सामने यह नई चुनौती है। इससे निपटने के लिए अधिक से अधिक टेस्ट करने होंगे।
उन्होंने कहा, यह स्थिति अकेले हरियाणा नहीं बल्कि पूरे देश और दुनिया की है।
हरियाणा में भी ढाई करोड़ से अधिक लोगों के टेस्ट कर पाना नामुमकिन है।
अब लोगों को खुद ही आगे आना होगा। स्वास्थ्य विभाग केवल संदिग्धों के सैम्पल ले सकता है।
अगर किसी भी व्यक्ति को अपने अंदर कोरोना का कोई भी लक्षण नजर आता है, तो तुरंत सिविल अस्पताल में जाकर कोरोना का टेस्ट करवाए।
विज ने कहा, रैपिड टेस्ट किट से प्रदेश में टेस्टिंग शुरू हो गई है।
प्रदेश में अधिक से अधिक लोगों के सैम्पल लेने की कोशिश जारी है।
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