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बिहार,दरभंगा:जिस बच्ची ने 12 सौ किलोमीटर अपनी साइकिल से पार कर दिया अपने बीमार बाप को अपने गांव तक पहुंचने के लिए
उसके बाद जानो वो एक 🌟 स्टार सी बन गई जिधर देखो ज्योति पासवान का नाम था आज उस हिम्मवाली महज 15 साल की बच्ची की हत्या और दुष्कर्म किया गया सिर्फ कुछ आम के लिए
मैं हाथ जोड़ के आप सब से अपील करता हूं कि गुनेहगार #अर्जुन मिश्रा को फासी की साझा जब तक ना हो आप सब तब तक ज्योति को मरने मत देना
#ज्योति_पासवान_1
जी हां यही वो नाम है जो आज से करीब दो महीने पहले अमेरिका की प्रिंसेज के ट्विटर हैंडल पर चमका था।
यहां-वहां जहां-तहां दरभंगा का जिक्र होते ही ज्योति पासवान का नाम पहले आ जाता था, हर बिहारी के ट्विटर, फेसबुक हैंडल पर बस ज्योति और उसके पिता की वो साइकिल वाली तस्वीरें लग गई थी, इक पूरा मीडिया शेल उसके पीछे लगी, सांसद, विधायकों का तो मानो पूरा मजमा लगे गया था उस बच्ची के पीछे ,हर कोई उसे अपने पार्टी के झंडे के नीचे लाना चाहते थे, और उसका कारनामा भी क्या गज़ब था, सरकार की सब से बड़ी विफलता में उसने अपनी जीवन बड़ी सफलता हासिल कर ली थी। स्पोर्ट्स साइकिल से लेकर राजनतिक पार्टियों के चेक तक उसके आगे पीछे घूमता रहा.... वक़्त का पहिया थोड़ा आगे फिसला! इस बीच वर्चुअल रैलियां, चौपर यात्रा, और साइकिल रैलियां हुई!! और
आज 3 महीने बाद फिर से दरभंगा चर्चा में नाम भी वही #ज्योति_पासवान_2.
आज किसी #अर्जुन_मिश्रा के हवस शिकार हुई 15 बरस की #ज्योति_पासवान... और क्यों?? क्योंकि ज्योति उस अर्जुन मिश्रा के बगीचे में आम चुनने के लिए गई थी और ये बात एक सामंतवादी दिमाग़ को इतना ठेस पहुंचा गया कि उस अर्जुन मिश्रा ने अपने पत्नी के सामने ही पहले उस 15 बरस की बच्ची के साथ दुराचार किया और फिर हसिए से गले को रेत दिया!!
और ये एक अख़बार के छोटे से कोने की खबर बनकर रह गई! ना तो सोशल मीडिया पर #Justice_for_jyoti वाले हैशटैग का सैलाब आया, और ना ही हमारे ऑपिंडिया वाले सस्ते जॉनी डेप का धार्मिक उन्माद फैलाने वाली कोई सनसनीखेज रिपोर्ट!
कोई हरिजन ठिकेदार अपनी जूती में धूल लगा वहां आने से इंकार कर दिया , और सबसे बड़े वाले 2 तो किसी और सामंतवादी के जूती चमकाने में लगा हुआ है! और एक गरीब गुरबों के चांदी का चम्मच लेकर पैदा होने वाले युवराज आर्थिक न्याय यात्रा पर निकले हैं और अपने बाप- मां के किए के लिए माफ़ी मांग रहे हैं ये यात्रा चुनाव तक चलेंगे तो अभी इस पट्टी से कोई उम्मीद रखना भी बिहार में बाढ़ ना आने की उम्मीद रखने के बराबर होगा!!!...... इतना सब कुछ होना अपने सुशासन बाबू की शाषण की तस्वीर भी साफ करती है! अभी तो उनको बस हथिया नक्षत्र की चिंता है कि कब बिहार डूबे और निकले फिर से चौपर यात्रा पर!! तो इनपर थू: के अलावा और क्या दें??
और हमारे देश की महान मीडिया तो अब कुछ बस लेह और लद्दाख के ट्रिप पर ही रहेंगी!!
तो अब मेरी तो नज़रे बस दरभंगा वालों को देख रही हैं!
🙏🙏🙏🙏🙏 #justiceForJyoti 😭🙏
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