FCN24 News: कोरोना महामारी के कारण सरकार को लॉकडाउन के आदेश करने पड़े। इस लॉकडाउन के कारण प्रदेश में ऐसे गरीब और प्रवासी मजदूर राशन से वंचित रह गए, जिनके पास कोई भी कार्ड नहीं था। इन लोगों की स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जनहित में फैसला लेते हुए बिना राशन कार्ड वाले परिवारों को डिस्ट्रैस राशन टोकन जारी करने का निर्णय लिया है। इस निणर्य से कुरुक्षेत्र जिले में 9902 परिवारों के लगभग 30527 सदस्यों को फायदा मिलेगा। इतना ही नहीं सरकार की योजना के अनुसार डिस्ट्रैस राशन टोकन के जरिए एक परिवार को 1 किलो दाल और 5 किलो गेंहू प्रति यूनिट नि:शुल्क दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आदेशानुसार कोरोना महामारी में उत्पन्न हुई स्थिति व लॉकडाउन के मध्यनजर राज्य में गरीब व प्रवासी मजदूरों को मई व जून 2020 के लिए डिस्ट्रैस राशन टोकन जारी किए जाएंगे। सरकार की हिदायतों के अनुसार जिलास्तर पर एक कमेटी का भी गठन किया गया है और इससे पहले बिना राशन कार्ड वाले परिवारों की पहचान करने के लिए आनलाईन आवेदन भी आमंत्रित किए गए और प्रशासन द्वारा बूथ स्तर पर सर्वे भी करवाया गया।

उपायुक्त धीरेन्द्र खडगटा ने मंगलवार को विशेष बातचीत करते हुए कहा कि राज्य सरकार के आदेशानुसार कुरुक्षेत्र जिले में सर्वे करवाया गया, जिनके पास किसी भी प्रकार का राशन कार्ड नहीं है, इस सर्वे में प्रधानमंत्री समृद्घ परिवार योजना (एमएमपीएसवाई) एपीएल के 2073 परिवार, बीपीएल के सत्यापित 1302 परिवार, प्रशासन द्वारा बूथ स्तर पर गठित की गई कमेटी के जरिए करीब 6483 परिवारों के साथ-साथ 44 अन्य परिवारों की पहचान कर ली गई है।

उपायुक्त धीरेन्द्र खडगटा ने कहा कि डिस्ट्रैस राशन कूपन के तहत प्रत्येक परिवार को 1 किलो दाल और प्रत्येक सदस्य (यूनिट) को 5 किलो गेंहू दी जाएगी। राज्य सरकार द्वारा निर्धारित दरों के अनुसार 9902 परिवारों पर सरकार की तरफ से करीब 5 लाख का बजट खर्च किया जाएगा। सरकार का प्रयास है कि प्रदेश में कोई भी जरुरतमंद व्यक्ति बिना भोजन के ना रहे। इस कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रत्येक व्यक्ति को लॉकडाउन के आदेशों की पालना करनी चाहिए और सामाजिक दूरियां बनाकर रखनी चाहिए तथा बिना मास्क पहने घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।